

![]() श्री रविन्द्र चौबे माननीय संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य, कृषि और जैव-प्रौद्योगिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन और जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे का जन्म 28 मई 1957 को हुआ। उनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री देवी प्रसाद चौबे है। श्री रविन्द्र चौबे बेमेतरा जिले के साजा तहसील के ग्राम मोैंहाभाठा निवासी हैं। उन्होंने पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर से बी.एस.सी. और एल.एल.बी. की डिग्री हासिल की है। वे छात्र संघ के अध्यक्ष रहे। वे साजा निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं। इसके पहले श्री चौबे वर्ष 1985, 1990, 1993 और 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा और वर्ष 2003 तथा 2008 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। वे अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मंत्री रह चुके हैं। वे छत्तीसगढ़ विधानसभा में वर्ष 2009 से 2013 तक नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। |
![]() डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम माननीय स्कूल शिक्षा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक कल्याण और सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम सूरजपुर जिले की तहसील प्रतापपुर के ग्राम अमनदोन के निवासी हैं। वे प्रतापपुर निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं। इनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री मंजन सिंह टेकाम है। डॉ. प्रेमसाय सिंह ने रायपुर के शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय से बी.ए.एम.एस की डिग्री प्राप्त की है। डॉ. प्रेमसाय सिंह मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री रह चुके हैं। |
![]() श्रीमती अनिला भेंड़िया माननीय महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया डौडीलोहारा निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुई हैं। उनके पति श्री रविन्द्र कुमार भेंड़िया हैं। वे बालोद जिले के विकासखंड मुख्यालय डौडीलोहारा की निवासी हैं। श्रीमती भेंड़िया वर्ष 2013 में छत्तीसगढ़ विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने पंड़ित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर से समाज शास्त्र में एम.ए. की डिग्री प्राप्त की हैं। |
![]() श्री अमरजीत सिंह भगत माननीय पर्यटन संस्कृति, खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण, योजना ,आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री श्री अमरजीत सिंह भगत सीतापुर विधानसभा क्षेत्र जिला-सरगुजा के विधायक हैं। वे विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-11 सीतापुर क्षेत्र से वर्ष 2003, 2008, 2013 और 2018 लगातार चार बार विधायक चुने गए हैं। श्री भगत का जन्म 22 जून 1968 को सूरजपुर जिले के पार्वतीपुर ग्राम में हुआ था। उनके पिता श्री दखलुराम और माता श्रीमती सुबो बाई हैं। उन्होंने अंबिकापुर के सेंट जेवियर्स हायर सेकेण्ड्री स्कूल से 12वीं की परीक्षा और शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंबिकापुर से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की। श्री भगत ने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरूआत जनपद सदस्य के रूप में की। वे तत्कालीन मध्यप्रदेश और वर्तमान छत्तीसगढ़ में संगठन में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहे। वे लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष भी रहे। |